प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और देश के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना की। नोटबंदी का विरोध करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार के कदम को 'जनविरोधी' बता रहे लोग उस भ्रष्टाचार और कालेधन के 'राजनीतिक पुजारी' हैं, जो अर्थव्यवस्था, राजव्यवस्था और समाज को खोखला बना रहे हैं।
मोदी ने यहां 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि कालेधन के कुछ राजनीतिक पुजारी हमारे प्रयासों को जनविरोधी कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी ली है। भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन करने के लिए मोदी ने भारतीय मूल के लोगों का शुक्रिया अदा किया।
देश के विकास में भारतवंशी समुदाय की भूमिका पर रोशनी डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने करीब 69 अरब डॉलर का निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था में 'अमूल्य योगदान' दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए एफडीआई की 2 परिभाषाएं हैं। एक है- फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट अर्थात विदेशी प्रत्यक्ष निवेश और दूसरी है- फर्स्ट डेवलप इंडिया अर्थात पहले भारत का विकास। उन्होंने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है।